आइए जानते हैं कब है 2021 में हनुमान जयंती और को हनुमान जयंती की तारीख व मुहूर्त क्या रहेगा। हनुमान जयंती को भगवान हनुमान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भक्त बजरंगबली के नाम का उपवास करते हैं। हनुमान जयंती हर साल चैत्र माह (हिन्दू माह) की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, हालांकि कई स्थानों पर यह त्योहार कार्तिक माह (हिन्दू माह) के कृष्णपक्ष के चौदहवें दिन भी मनाया जाता है।
व्रत एवं पूजा विधि
आइए जानते हैं कि हनुमान जयंती को कैसे मनाया जाता है। नीचे उपवास एवं पूजा विधि का विवरण दिया जा रहा है:
- इस दिन तात्कालिक तिथि (राष्ट्रव्यापिनि) को लिया जाता है।
- उपवास से एक रात पहले, जमीन पर सोने से पहले भगवान राम जी और माता सीता के साथ हनुमान जी को याद करें।
- सुबह जल्दी उठकर दोबार राम-सीता एवं हनुमान जी को याद करें।
- सुबह जल्दी उठकर स्नान और ध्यान करें।
- अब हाथ में गंगाजल लेकर उपवास की प्रतिज्ञा करें।
- इसके बाद, पूर्व दिशा की ओर भगवान हनुमानजी जी की प्रतिमा को स्थापित करें।
- अब विनम्र भाव से बजरंगबली की प्रार्थना करें।
- आगे षोडशोपाचार की विधि विधान से श्री हनुमानजी जी की आराधना करें।
पौराणिक कथा
अंजना एक अप्सरा थी, हालाँकि वह श्राप के वजह से धरती पर पैदा हुई थी और यह शाप उस पर से तभी हट सकता था जब वो एक बच्चे को जन्म देती। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, केसरी श्री हनुमान जी के पिता थे। वह सुमेरु के राजा और केसरी बृहस्पति के पुत्र थे। अंजना ने संतान प्राप्ति के लिए भगवान शिव की 12 वर्षों तक घोर तपस्या की और परिणामस्वरूप उन्हें हनुमान जी की संतान के रूप में प्राप्त हुई। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी भगवान शिव के अवतार हैं।
हमारी ओर से आप सभी को हनुमान जयंती की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ!